टॉप नरेंद्र नगर का भू अभिलेख रिकॉर्ड विभाग में उपलब्ध ना होने से नगरवासी सकते में
नरेंद्रनगर के निवासी लंबे समय से भू बंदोबस्त की मांग करते आ रहे हैं, बताते चलें कि 3 साल पहले तपोवन, मुनि की रेती व ढालवाला के भू बंदोबस्त कार्रवाई संपन्न होने के साथ-साथ, बड़ी जोरों पर यह चर्चा थी कि इन शहरों की सीमाओं से, लगे नरेंद्रनगर शहर का भू बंदोबस्त किया जाना है,
मगर शहर निवासी उस वक्त सकते में आ गये जब संबंधित विभाग ने नगर के भू अभिलेख उपलब्ध न होने की बात कह कर, भू बंदोबस्त करने से हाथ खड़े कर दिए,
बताते चलें कि टिहरी के महाराजा नरेंद्र शाह ने वर्ष 1924 में अपने नाम से नरेंद्र नगर शहर बसाया था, मगर भू अभिलेख रिकॉर्ड उपलब्ध न होने से नगर वासियों को यहां मकान अथवा भूमि का मालिकाना हक नहीं है, ऐसे में लोग बहुत चिंतित हैं, और नगर की भू बंदोबस्त किए जाने की मांग विगत वर्षों से करते आ रहे हैं।
नगर में भू बंदोबस्त की कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर नगर वासियों ने भू बंदोबस्त संघर्ष समिति का गठन किया है।
सूरत सिंह आर्य को संघर्ष समिति का अध्यक्ष, रघुवीर सिंह भंडारी को सचिव, दिनेश को कोषाध्यक्ष तथा राजेंद्र गुसाईं को मीडिया प्रभारी चुना गया है।
संघर्ष समिति ने निर्णय लिया है कि उक्त संबंध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन 13 मई को उप जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित किया जाएगा,
बैठक में निर्णय लिया गया कि उक्त मसले को हल करने में क्षेत्रीय विधायक और प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल का सहयोग लिया जाएगा।
ताकि जल्द यह पेचीदा मसला हल हो सके, और लोगों को अपने मकान व भूमि का मालिकाना हक मिल सके।