स्व.कुंज बिहारी नेगी को श्रीनगर में दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि,गढ़वाल विश्वविद्यालय के सभागार को उनके नाम से किए जाने की मांग
श्रीनगर गढ़वाल। आज 27 जून को प्रख्यात समाजसेवी,उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी एवं नगर पालिका पौड़ी के पूर्व अध्यक्ष स्व.कुंज बिहारी नेगी के निधन पर श्रीनगर के डालमिया धर्मशाला में एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीनगर नगर पालिका अध्यक्ष कृष्णानंद मैठाणी ने कहा की जहां नगर व राज्य स्तर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं गणमान्य नागरिकों ने स्व.नेगी को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की। सभा में वक्ताओं ने स्व.नेगी को एक जुझारू जननायक बताते हुए कहा कि उन्होंने केवल सामाजिक कार्यों में ही नहीं,बल्कि शैक्षिक और सांस्कृतिक आंदोलनों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गढ़वाल विश्वविद्यालय की स्थापना को एक जन आकांक्षा का प्रतीक मानते हुए वक्ताओं ने बताया कि स्व.कुंजबिहारी नेगी ने स्वामी मनमंथन के साथ मिलकर इस ऐतिहासिक आंदोलन का नेतृत्व किया,जिससे गढ़वाल क्षेत्र की पहचान और शैक्षिक प्रगति को एक नई दिशा मिली। इस अवसर पर गढ़वाल विश्वविद्यालय की पूर्व कुलसचिव प्रो.पी.एस.राणा एवं पर्वतीय विकास शोध केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ.अरविंद दरमोड़ा ने यह मांग रखी कि गढ़वाल विश्वविद्यालय के किसी सभागार का नाम स्व.कुंज बिहारी नेगी के नाम पर किया जाए। इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया। उन्होंने बताया कि इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। कार्यक्रम में प्रगतिशील जन मंच के संयोजक अनिल स्वामी,प्रो.प्यार सिंह राणा,वीरेंद्र सिंह नेगी,सुरज घिल्डियाल,भगवती प्रसाद पुरी,हीरालाल जैन,बी.पी.वशिष्ठ,झाबर सिंह रावत,मेजर राजेंद्र रावत,डॉ.योगेंद्र कांडपाल,सुरेंद्र उनियाल,चंद्रपाल सिंह नेगी,प्रकाश बुटोला,मुकेश अग्रवाल तथा डॉ.प्रदीप अणथ्वाल सहित कई प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए और स्वर्गीय कुंजबिहारी नेगी के जीवन संघर्ष को प्रेरणादायक बताया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.अरुण कुकसाल ने किया और सभा में उपस्थित जनसमूह ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की।