देवाल ब्लॉक की राजनीति में फिर गूंजा राजेंद्र दानू का नाम-क्षेत्र पंचायत सदस्य पद से नामांकन,ब्लॉक प्रमुख पद की प्रबल दावेदारी
चमोली/देवाल/श्रीनगर गढ़वाल। जनपद चमोली के विकास खण्ड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की हलचल तेज हो गई है। सियासत एक बार फिर नए मोड़ पर है और चर्चाओं के केंद्र में हैं जनप्रिय चेहरा राजेंद्र दानू,जो अब क्षेत्र पंचायत सदस्य पद से वार्ड संख्या-13,नलधुरा,मोपाटा,मेलखेत से चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। ईमानदारी और कर्मठता की मिसाल बन चुके दानू जी पूर्व में जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं और आज भी गांव की गलियों से लेकर विकास योजनाओं तक उनका मजबूत दखल कायम है। राजनीति में शुचिता,समाज में सक्रियता और जनता के बीच विश्वसनीयता यही त्रिकोण है जिसने उन्हें जनआंदोलन जैसा समर्थन दिलाया है। जनसंपर्क के दौरान जहां भी वे पहुंच रहे हैं वहां फूल-मालाओं से भव्य स्वागत हो रहा है। आम ग्रामीण हों या युवा मतदाता, बुजुर्ग महिलाएं हों या नौजवान हर वर्ग उनके समर्थन में खुलकर सामने आ रहा है। गांवों के चौपालों से लेकर पंचायत भवनों तक एक ही आवाज है-अबकी बार दानू सरकार।जनसभा में भाषण देते हुए उनका नारा-भ्रष्टाचार की लगेगी लंका,ईमानदारी का बजेगा डंका,संघर्षों से निकला अजल और आवाज हूं,आपके साथ कल भी था और आज भी हूं। युवाओं में जोश और बुजुर्गों में विश्वास की एक नई लहर जगा दी है। जनता की पहली पसंद क्यों-राजेंद्र दानू ने अपने पहले कार्यकाल में सड़क निर्माण,शिक्षा सुविधाओं का विस्तार,प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों का सुदृढ़ीकरण,महिला सशक्तिकरण व रोजगार सृजन जैसे कई ठोस कार्य किए हैं,जिनकी आज भी क्षेत्र में चर्चा है। उनका जनप्रतिनिधित्व केवल चुनावी वादों तक सीमित नहीं रहा,बल्कि उन्होंने नीति और नीयत दोनों से भरोसे की राजनीति को जिया है। प्राथमिकताएं स्पष्ट,दृष्टि दूरदर्शी
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने दो प्रमुख प्राथमिकताएं स्पष्ट की-1, देवाल ब्लॉक में पूर्णकालिक तहसील का सफल संचालन सुनिश्चित कराना,2, स्थानीय चिकित्सालय का उच्चीकरण और स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाना। इन कार्यों को वह पहली प्राथमिकता पर रख रहे हैं। प्रमुख पद तक एक मजबूत रास्ता राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि राजेंद्र दानू क्षेत्र पंचायत सदस्य के रूप में विजयी होते हैं,तो ब्लॉक प्रमुख पद तक पहुंचना उनके लिए औपचारिकता भर रह जाएगा। उन्हें पहले से ही एक सुलझे,दूरदर्शी और संघर्षशील नेता के रूप में देखा जा रहा है। वास्तव में राजेंद्र दानू इस चुनाव में सिर्फ एक प्रत्याशी नहीं हैं,वे एक उम्मीद हैं,विकास का प्रतीक हैं,और उस राजनीति की मिसाल हैं जो काम से जनविश्वास अर्जित करती है,न कि केवल नारों से।