Wednesday 30/ 07/ 2025 

Bharat Najariya
Hello testingराज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि) और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज ऋषिकेश से पंज प्यारों की अगुवाई में श्री हेमकुंट साहिब यात्रा के लिए जाने वाले प्रथम जत्थे को रवाना किया।Uttrakhand News:बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने वाले सभी निजी, व्यावसायिक वाहनों का प्रवेश होगा महंगाUttrakhand News:बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने वाले सभी निजी, व्यावसायिक वाहनों का प्रवेश होगा महंगापूर्व पार्षद ने‌ लगाई जानमाल की सुरक्षा की गुहार, पुलिस के रवैए से हैं नाराजहल्द्वानी में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में निकलेगी तिरंगा यात्राएक्सक्लूसिव खबर: लोनिवि इंजीनियर की सेवा पुस्तिका हुई गायब, अधिकारियों व कर्मचारियों से मंगाए दो मुट्ठी चावल, देवता करेंगे न्यायगवर्नमेंट पेंशनर्स का शिष्टमंडल हल्द्वानी विधायक से मिला, समस्याओं के समाधान की मांग उठाईAlmora News :विकास भवन सभागार में मंगलवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक का किया गया आयोजन,अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ के सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा ने की बैठकAlmora News:जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने चितई गोलू मंदिर का किया भ्रमण।मंदिर के सुदृढ़ीकरण को लेकर हुआ विचार विमर्श।

परगना क्षेत्र की प्रशासनिक टीम द्वारा सीड्स प्लांट व राइस मिलों का किया गया निरीक्षण

प्रशासनिक टीम द्वारा क्षेत्र के सीड्स प्लांट और राइस मिलों का निरीक्षण किया गया। तहसीलदार लीना चंद्रा ने मंडी समिति सचिव योगेश तिवारी के साथ ग्राम बराखेड़ा और महतोष क्षेत्र के सीड्स प्लांटस और एक राइस मिल का निरीक्षण किया टीम ने गेहूं के स्टॉक और रजिस्टर का भी निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान रजिस्टर में खामियां मिलने पर तहसीलदार ने सीड्स प्लांटस संचालकों को स्टॉक रजिस्टर दुरुस्त रखने की हिदायत दी । उन्होंने बताया कि शासन से मिले दिशा निर्देश के अनुपालन में 15 सीड्स प्लांटस और एक राइस मिल में स्टॉक और दस्तावेज की जांच पड़ताल की गई । टीम में सीड्स प्लांट सर्टिफिकेशन के प्रभारी अधिकारी राजेश शर्मा, मंडी निरीक्षक राजीव कुमार और प्रभारी कृषि अधिकारी अनिल कुमार शामिल थे । उल्लेखनीय हो कि इस वर्ष क्षेत्र के सरकार में सरकार को एक दाना भी गेहूं नहीं मिल पाया है क्योंकि गेहूं का अधिकतम बाजार मूल्य सरकारी समर्थन मूल्य से डेढ़ सौ रुपए प्रति कुंतल ऊंचा है जिससे किसानों द्वारा सरकार को गेहूं नहीं बेचा गया ।