Sunday 16/ 11/ 2025 

Bharat Najariya
आज तीसरे दिन भी प्रहलाद पलसिया में ग्रामीणों का धरनानैनीताल में अधिवक्ताओं का पूर्ण कार्य बहिष्कार, बार काउंसिल के आवाहन पर न्यायिक कार्य ठप।एन डी ए की प्रचंड जीत पर सितारगंज में जश्न की गूंज,बाल दिवस पर राष्ट्रपति से मिले जेसीज के छात्रमहापौर ने शहर में सफाई व्यवस्था का लिया जायजाहेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में नशामुक्ति शपथ में सैकड़ों छात्रों की गूंज ने किया कैंपस प्रज्ज्वलितश्रीनगर की केदार फायरिंग रेंज में गोलियों की गूंज-उत्तराखण्ड पुलिस की 21वीं प्रादेशिक शूटिंग प्रतियोगिता-2025 का भव्य शुभारम्भबाल दिवस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन

समलौण पौध रोपकर दिया हरियाली का संदेश

श्रीनगर गढ़वाल। जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकास खंड थलीसै॓ण के पट्टी चौथान के ग्राम जन्द्रिया मल्ला में ठाकुर सिंह रावत एवं देवी की पुत्री की शादी में वर वधू सुरेन्द्र एवं शकुन्तला ने घर के आंगन में तेजपात का समलौण पौधा रोपकर शादी को यादगार बनाने के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण पर संवर्धन का संदेश दिया,पौधे के संरक्षण की जिम्मेदारी दुल्हन की मां देवी ने ली,कार्यक्रम का संचालन समलौण आन्दोलन के अल्मोड़ा जनपद के जिला संयोजक श्याम सिंह रावत ने किया,उन्होंने कहा वृक्ष हमारे जीवन पर्यन्त काम आते हैं इनसे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से अनेक लाभ प्राप्त होते हैं,इसके साथ-साथ वृक्ष हमारे लिए प्राणवायु हैं,जिनके बिना जीवन संभव नहीं है,समलौण के तहत हर संस्कारों को यादगार बनाने लिए प्रकृति के प्रति भावनात्मक लगाव के लिए बच्चों से लेकर वृद्धजनों को पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के लिए एक अनोखी पहल है,जिसमें हमारी संस्कृति एवं सामाजिक जुड़ाव के साथ साथ रीति-रिवाज एवं परंपरा झलकती हैं। पर्यावरणविद्द गुसाई ने कहा यह बारात जनपद अल्मोड़ा के ग्राम सारसों मल्ला पौस्ट आफिस सराईखेत से जनपद पौड़ी के विकास खण्ड थलीसैंण के चौथाई पट्टी के ग्राम जन्दरिया में आयी,उन्होंने सभी ग्रामीणो बारातियों एवं घरातियों से कहा कि आज हमारा पर्यावरण इतना दूषित हो गया है,कि मानव इस भोतिकवादी युग में चलायमान है,और वृक्ष संरक्षण के प्रति गंभीर नहीं है,जिससे अनेक प्रकार के प्रभाव उत्पन्न हो रहें हैं,इसलिए इन समस्याओं से निजात पाने के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर उनका संरक्षण का संकल्प लेना होगा,तभी हम खुशहाली से जीवन यापन कर सकते हैं,और तभी हमारा भविष्य भी बच पाएगा। उन्होंने विस्तार से समलौण आन्दोलन की जानकारी दी,उक्त अवसर पर समस्त ग्रामीण घराती एवं बाराती भारी संख्या में उपस्थित थे।