Sunday 09/ 11/ 2025 

Bharat Najariya
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देवप्रयाग के युवा विधायक विनोद कंडारी ने दूरसंचार मंत्री से की मुलाकात,क्षेत्र के सभी स्कूलों के डिजिटलीकरण की रखी मांग

नई दिल्ली/श्रीनगर गढ़वाल। उत्तराखंड की देवभूमि देवप्रयाग विधानसभा के युवा व जुझारू विधायक विनोद कंडारी ने आज एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए देश के दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से दूरसंचार भवन नई दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के सभी विद्यालयों को डिजिटल तकनीक से सुसज्जित करने की मांग रखी। इस मुलाकात को केवल एक शिष्टाचार भेंट नहीं,बल्कि शिक्षा के डिजिटलीकरण की दिशा में उठाया गया ठोस कदम माना जा रहा है। विधायक कंडारी ने मंत्री के समक्ष स्पष्ट रूप से कहा कि-अगर हमें भविष्य को सशक्त बनाना है,तो हमें वर्तमान के बच्चों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ना होगा। और यह तभी संभव है,जब हमारे दूरस्थ व पर्वतीय विद्यालय भी डिजिटल इंडिया का हिस्सा बनें। विधायक कंडारी ने मंत्री के समक्ष चार अहम सुझाव प्रस्तुत किए-देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के सभी प्राथमिक,उच्च प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लासरूम की स्थापना,तेज गति की इंटरनेट कनेक्टिविटी और आवश्यक डिजिटल अवसंरचना की सुविधा,विद्यालयों को डिजिटल बोर्ड,प्रोजेक्टर,कंप्यूटर व टैबलेट जैसे आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित करना,शिक्षकों को तकनीकी प्रशिक्षण देना ताकि वे डिजिटल माध्यम से शिक्षा देने में दक्ष हों। दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विधायक की इस जनहितकारी मांग को गंभीरता से लेते हुए कहा कि मंत्रालय की योजनाएं अब उन क्षेत्रों तक पहुंचेंगी,जो आज भी तकनीक से वंचित हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि देवप्रयाग क्षेत्र को डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में एक मॉडल विधानसभा क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। यह भेंट केवल एक राजनीतिक संवाद नहीं थी,बल्कि उसमें एक जनप्रतिनिधि की दूरदर्शिता,जिम्मेदारी और संवेदनशीलता झलक रही थी। देवप्रयाग जैसे पर्वतीय क्षेत्र,जहां आज भी कुछ विद्यालय संचार व संसाधनों से कोसों दूर हैं,वहां डिजिटल शिक्षा की परिकल्पना को मूर्त रूप देने की यह कोशिश शिक्षा क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव का संकेत है। जनमानस की प्रतिक्रिया-देवप्रयाग क्षेत्र के छात्रों,अभिभावकों और शिक्षकों ने विधायक की इस पहल को साहसिक और भविष्य दृष्टि से परिपूर्ण कदम बताते हुए इसे समय की मांग बताया है। विधायक विनोद कंडारी की यह पहल यह दर्शाती है कि यदि राजनीतिक इच्छाशक्ति मजबूत हो तो संसाधनों की कमी भी विकास की राह में बाधा नहीं बन सकती। देवभूमि अब डिजिटल युग की ओर तेजी से कदम बढ़ा रही है।