आरती देवी निर्विरोध चुनी गई सुमाड़ी से क्षेत्र पंचायत सदस्य,लोकतंत्र को मिला जन आशीर्वाद और क्षेत्र में खुशी की लहर
श्रीनगर गढ़वाल। त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में खिर्सू विकास खण्ड की सुमाड़ी सीट से आरती देवी का निर्विरोध चुना जाना क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक क्षण बन गया है। क्षेत्र वासियों ने एक सुर में उन्हें जनसेवा का अवसर सौंपते हुए लोकतांत्रिक मूल्यों की शानदार मिसाल पेश की है। जनता का भरोसा,विकास की उम्मीद-आरती देवी ने जीत के बाद कहा कि यह सिर्फ मेरी नहीं,पूरे क्षेत्र की जीत है। मेरे पति मनीष नौटियाल और जनता ने जो विश्वास मुझ पर जताया है,उस पर खरा उतरना मेरी पहली जिम्मेदारी होगी। मैं हर कदम पर जनता की सहभागिता सुनिश्चित करूंगी और विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दूंगी। क्षेत्र में जश्न का माहौल, सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक बधाइयों की बौछार,सुमाड़ी,ढिकवालगांव,खोला,हरकण्डी,चमनकोट और धरीगांव समेत पूरे क्षेत्र में आरती देवी के निर्विरोध चयन पर लोगों ने ढोल-नगाड़ों से स्वागत किया। कई ग्रामीणों ने इसे जन-आशीर्वाद की जीत बताया। सोशल मीडिया पर भी आरती देवी और मनीष नौटियाल को बधाइयों का तांता लगा रहा। स्थानीय युवाओं और महिलाओं में खासा उत्साह देखा गया। महिला सशक्तिकरण की मजबूत मिसाल-आरती देवी की जीत को लोग सिर्फ एक राजनीतिक उपलब्धि नहीं,बल्कि महिला नेतृत्व और सशक्तिकरण का प्रतीक मान रहे हैं। खास बात यह भी है कि उनके पति मनीष नौटियाल वर्षों से क्षेत्र में जनसेवा में सक्रिय रहे हैं और उनकी सरलता व ईमानदारी ने उन्हें खास पहचान दिलाई है। ईमानदारी और सच्चाई की मिसाल हैं मनीष और हमें पूरा विश्वास है कि आरती देवी उसी सोच और कर्मठता के साथ काम करेंगी,स्थानीय ग्रामीण जनता की उम्मीदें-नेतृत्व से नई राह की तलाश,अब जनता को उम्मीद है कि आरती देवी का नेतृत्व क्षेत्र में नए ऊर्जा,पारदर्शिता और सर्वसमावेशी विकास की शुरुआत करेगा। पंचायत स्तर पर योजनाओं की बेहतर निगरानी,युवाओं के लिए अवसर और महिलाओं के हित में नीतियां उनकी प्राथमिकताओं में रहेंगी। निष्कर्ष-आरती देवी का निर्विरोध चुना जाना बताता है कि जब जनविश्वास और सेवा भाव एकजुट होते हैं,तो लोकतंत्र सिर्फ चुनाव नहीं,जन-आशीर्वाद का उत्सव बन जाता है।