काशीपुर में समस्याओं का अंबार: इंदु मान

उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी की सदस्य एवं पूर्व राज्य मंत्री श्रीमती इंदु मान ने कहा कि काशीपुर नगर व्यवस्था विहीन हो गया है। नगर में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है मगर काशीपुर के जन प्रतिनिधि विकास के प्रति पूरी तरह उदासीन तथा कुंभकर्णी नींद में हैं।
ऐसा लगता है कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों की इच्छा शक्ति बिल्कुल समाप्त हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि काशीपुर के लिए तो इसे ईश्वर की कृपा ही कहेंगे कि इस बार वर्षा बहुत कम हुई, मगर जब भी होती है तो समस्त व्यापारियों को, छात्रों को, ठेले वालों एवं आम जनता को बहुत अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने आगे कहा कि मुरादाबाद मोड़ से लेकर रामनगर रोड, नेशनल हाईवे पर गहरे गहरे गड्ढे बने हुए हैं जिससे वाहन चालकों को बहुत कठिनाई होती है तथा पानी भरने के बाद तो पता ही नहीं चलता है कि गड्ढे कहां कहां पर हैं। उन्होंने सीपीयू का धन्यवाद करते हुए कहा कि जहां एक तरफ नगर में व्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त हो चुकी है; ऐसे में वह सीपीयू के अधिकारी एवं कर्मचारियों का धन्यवाद करती हैं जिन्होंने स्वयं आगे बढ़कर नेशनल हाईवे के कई गढ्ढों को भरा है।
पूर्व राज्य मंत्री श्रीमती इंदु मान ने कहा कि आम जनता की शिकायत है कि एकमात्र सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की सुविधा नहीं मिल पाती, जब देखो वहां पर स्पेशलिस्ट डॉक्टर उपलब्ध नहीं होते हैं। सीतापुर आंख का अस्पताल ध्वस्त हो चुका है जो थोड़ा हिस्सा ठीक किया गया है उसमें ना ही दवाई है; ना ही कोई उपकरण है; और ना ही कोई डॉक्टर उपलब्ध है! जबकि विधायक निधि द्वारा इसको आसानी से पूर्ण विकसित किया जा सकता है।
उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने कभी भी नये अस्पताल स्थापित करने की कोई योजना नहीं बनाई जबकि काशीपुर की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है उन्होंने आगे कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री पंडित नारायण दत्त तिवारी जी के कार्यकाल में महुआ खेड़े में उद्योगों की स्थापना की गई थी जिससे बहुत से लोगों को रोजगार मिला मगर उसके बाद से कोई नये उद्योग स्थापित नहीं हुए बल्कि काशीपुर का शुगर मिल और सूत मिल में दोनों बंद हो गए परन्तु किसी सरकारी जनप्रतिनिधि ने दोनों मिलों को पुनः चलाने का कोई प्रयास नहीं किया।
क्या इसी को विकास कहते हैं?
श्रीमती इंदु मान ने कहा कि शिक्षा विभाग के हालात भी कुछ कम जर्जर नहीं हैं, काशीपुर नगर में नियम के अनुरूप कोई भी स्थायी शिक्षा अधिकारी नहीं हैं, इधर-उधर के विद्यालयों के प्रधानाचार्य आदि को प्रभारी बनाकर काम चलाया जा रहा है।
श्रीमती मान ने आगे कहा कि यदि शासन प्रशासन क्षेत्र के विकास के प्रति इतना लापरवाह एवं उदासीन बना रहेगा तो किस तरह से काशीपुर क्षेत्र की उन्नति हो सकती है?
उन्होंने कहा कि वह जन प्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों से अपील करती है कि वह काशीपुर क्षेत्र की समस्याओं की ओर विशेष ध्यान देकर समस्याओं को दुरुस्त कराएं ताकि आम जनता अपने आप को इतना असहाय न महसूस करे।