मसूरी नगर की अव्यवस्थाओं पर नगर पालिका की बैठक में अधिकारियों पर बरसे सभासद, अध्यक्ष मीरा सकलानी ने दिए सख्त निर्देश
मसूरी नगर पालिका सभागार में षुक्रवार को मसूरी की बिगड़ती व्यवस्थाओं को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में लोक निर्माण विभाग, एमडीडीए, जल निगम, गढ़वाल जल संस्थान समेत सभी संबंधित विभागों के अधिकारी और नगर पालिका के सभासद मौजूद रहे। बैठक में नगर की जलनिकासी, सड़क व्यवस्था, अतिक्रमण और अवैध निर्माण को लेकर तीखी बहस देखने को मिली। नगर पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी ने कहा कि अप्रैल में मैंने सभी विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर मसूरी की व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए थे, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यह साफ दर्शाता है कि अधिकारी मसूरी की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं हैं। उन्होंने मानसून से पहले सभी नालों की सफाई, मॉल रोड की जल निकासी व्यवस्था सुधारने और सड़क किनारे अतिक्रमण हटाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
सभासद विशाल करौला ने कहा कि वार्ड में कई जगहों पर लोक निर्माण विभाग की सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं। मुख्य मार्गों पर पुश्ते टूटे हुए हैं, जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। लेकिन विभाग फंड की कमी का रोना रो रहा है और कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। सभासद सचिन गुहेर ने आरोप लगाया कि जल निगम और गढ़वाल जल संस्थान के बीच तालमेल की भारी कमी है, जिसकी कीमत आम जनता को चुकानी पड़ रही है। सभासद गीता कुमाई ने कहा कि पेयजल और जल निगम विभागों ने पालिका की नालियों में पेयजल और सीवर लाइनें बिछा दी हैं, जिससे नाले जाम हो गए हैं। बरसात में गंदा पानी लोगों के घरों में घुस रहा है। सभासद जसबीर कौर ने मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एमडीडीए के अधिकारीभ्रष्टाचार में लिप्त है और मसूरी में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण करवा रहा है। अब तो नोटिफाइड एरिया में भी निर्माण कार्य चल रहा है, जो पूरी तरह गलत है और पर्यावरण के लिए खतरनाक है।
बैठक में अन्य सभासदों जैसे सभासद पकंज खत्री और षिवानी भारती ने भी अधिकारियों की लापरवाही पर नाराजगी जताई और कहा कि विभागीय निष्क्रियता की वजह से जनता को मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है। उन्होने कहा कि हर साल बरसात में वही समस्या दोहराई जाती है। नाले समय पर नहीं खोले जाते, सड़कें गड्ढों में तब्दील हो जाती हैं और जिम्मेदार अधिकारी केवल बहानेबाज़ी करते हैं।। बैठक में सभी सभासदों और नगर पालिका अध्यक्ष ने एक सुर में कहा कि अब लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। अध्यक्ष मीरा सकलानी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मानसून से पहले सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाए और यदि कोई विभाग अपने कार्य में लापरवाही बरतता है, तो उसकी जिम्मेदारी तय की जाएगी।