विकास खण्ड खिर्सू के सरणा गांव में ब्रह्माकुमारी बेड में सिखाई राजयोग जीवन शैली,महिलाओं को आत्म-सशक्तिकरण का दिया संदेश
श्रीनगर गढ़वाल। विकास खण्ड खिर्सू के ग्राम सरणा में ब्रह्मकुमारी संस्था की बहनों द्वारा एक विशेष कार्यक्रम आयोजित कर ग्रामीण महिलाओं को राजयोग जीवन शैली के महत्व के बारे में मार्गदर्शन दिया गया। राजयोग जीवन शैली भारत की प्राचीन सनातन संस्कृति और सभ्यता को दर्शाती है जिसको अपने से मनुष्य जीवन दिव्या गुणों जैसे ही सत्यता मधुरता नम्रता आदि से भरपूर हो जाता है। कार्यक्रम का उद्देश्य नारी शक्ति को आत्म-सशक्त बनाना और उन्हें मानसिक एवं आध्यात्मिक संतुलन की ओर प्रेरित करना था। ब्रह्मकुमारी प्रेरणा बहन और बर्फ कुमारी सुनीता बहनों ने बताया कि राजयोग केवल ज्ञान की एक पद्धति नहीं,बल्कि एक संपूर्ण जीवन शैली है जो मनुष्य को आत्मज्ञान,संयम और सकारात्मकता की ओर ले जाती है। उन्होंने महिलाओं को रोजमर्रा के जीवन में राजयोग के अभ्यास,स्वविचारों की शुद्धता और परमात्मा के संबंध को समझने की महत्व पर बल दिया। इस अवसर पर गांव की दर्जनों महिलाओं ने भाग लिया पूरे मनोयोग से राजयोग की विधियों को सीखा। प्रतिभागियों ने इस आयोजन को अन्यंत उपयोगी और प्रेरणादायक बताया तथा भविष्य में भी ऐसे आयोजनों की मांग की। कार्यक्रम के समापन पर स्थानीय ग्रामीणों ने ब्रह्मकुमारी बहनों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में उपस्थित अनीता देवी,कादंबरी देवी,उमा देवी,विधाता देवी,रोशनी देवी,रोशनी रावत,भुवनेश्वरी देवी,निकिता देवी,संजना देवी,रंजना देवी,कमली देवी,साबी देवी,मुन्नी देवी आदि महिलाएं मौजूद थी।