नगर निगम श्रीनगर ने चलाया भव्य वृक्षारोपण अभियान,10 हजार पौधे रोपे गए
श्रीनगर गढ़वाल। नगर निगम श्रीनगर द्वारा पर्यावरण संरक्षण को समर्पित एक सराहनीय पहल के तहत नगर क्षेत्र में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाया गया। नगर आयुक्त नूपुर वर्मा के निर्देशों पर शुरू हुआ यह अभियान 5 जून (विश्व पर्यावरण दिवस) से प्रारंभ होकर 16 जुलाई हरियाली दिवस तक चलेगा। प्रथम चरण में जहां 5 जून को नगर क्षेत्र में 10 स्थलों पर वृक्षारोपण हुआ,वहीं द्वितीय चरण में 5 जुलाई को 10 हजार पौधे लगाए गए। इस अभियान के अंतर्गत श्रीनगर नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न बुथो,श्रीकोट,राजकीय प्राथमिक विद्यालय डांग-ऐठाण,राजकीय पशु चिकित्सालय एवं अन्य स्थानों पर सुबह 7 बजे से ही जोरशोर से वृक्षारोपण कार्य शुरू हुआ। प्रत्येक बूथ पर औसतन 10 पौधे रोपे गए। वृक्षारोपण में पार्षदों,स्वयंसेवियों,बीएलओ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों की उत्साहजनक भागीदारी रही। विधायक प्रतिनिधि व पार्षदगण रहे शामिल,नगर निगम के इस अभियान में क्षेत्रीय विधायक के प्रतिनिधि,नगर निगम के सभी वार्डों के पार्षद उपस्थित रहे। विशेष रूप से वार्ड 35 के पार्षद प्रवेश चंद्र चमोली की अगुवाई में राजकीय प्राथमिक विद्यालय डांग-ऐठाणा में शिक्षकों और बच्चों के साथ मिलकर वृक्षारोपण हुआ। चमोली ने अभियान की सफलता हेतु अन्य वार्डों को भी प्रेरित किया। कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाते हुए वार्ड पार्षद गुड्डी देवी,कुसुमलता बिष्ट,पूजा बड़थ्वाल,ममता चौहान,मीना देवी,पंकज कुमार सती,प्रदीप राणा, नगर निगम श्रीनगर से रविराज सिंह बंगारी,कुलदीप रौथाण,आनंद भण्डारी,सहित नगर निगम कर्मचारी और समाजसेवी संगठनों के सदस्य बड़ी संख्या में शामिल रहे। जनभागीदारी बनी अभियान की पहचान-नगर आयुक्त नूपुर वर्मा की प्रेरणा से चलाए गए इस अभियान में आमजन की भागीदारी ने इसे जन आंदोलन का रूप दे दिया है। यह न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ठोस कदम है,बल्कि नागरिकों में जागरूकता का भी प्रतीक बन चुका है। इस अवसर पर नवीन कुमार,संजय राणा,अकलेश अवस्थी,भुपेंद्र बिष्ट,विजय राणा,रणजीत तड़ियाल,कौशल्या,मुकेश बिष्ट,हिमांशु सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। नगर निगम की यह पहल आने वाले वर्षों में नगर को हराभरा और प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। वृक्षारोपण अभियान को जनसमर्थन मिलने से यह संदेश भी स्पष्ट हो गया है कि श्रीनगर की जनता पर्यावरण के प्रति गंभीर और जागरूक है।