बचपन को सुरक्षित,सम्मानित और सशक्त बनाना हमारी जिम्मेदारी–जिलाधिकारी
पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान की अध्यक्षता में जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक जिला कार्यालय सभागार में आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने वात्सल्य योजना के अंतर्गत संचालित गतिविधियों की समीक्षा करते हुए संबंधित विभाग के अधिकारी को बाल अधिकारों की सुरक्षा,पुनर्वास और समुचित विकास के लिए आवश्यक निर्देश दिये हैं। सोमवार को आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिये कि कोई भी बच्चा शैक्षणिक,सामाजिक या मानसिक रूप से उपेक्षित न रहे। साथ ही उन्होंने बेसहारा,बाल श्रमिक व सड़़क पर जीवन यापन करने वाले बच्चों की पहचान करने के लिए सर्वे करने के निर्देश भी दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि कठिन परिस्थितियों में फंसे बच्चों के पुनर्वास हेतु विशेष कार्य योजना बनाएं और बाल संरक्षण आधारित जीआईएस मैपिंग कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए बेसहारा बच्चों की पहचान करें। बैठक में जिला परिवीक्षा अधिकारी अरविंद कुमार ने किशोर न्याय प्रणाली,केस आधारित हस्तक्षेप तथा पुनर्वास योजनाओं की प्रगति पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाल संरक्षण से जुड़े प्रकरणों की समयबद्ध समीक्षा की जा रही है और सभी हितधारकों के साथ समन्वय बनाकर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.पारूल गोयल,मुख्य शिक्षाधिकारी नागेंद्र बर्तवाल,अर्थ एवं संख्याधिकारी राम सलोने,प्राचार्य डायट स्वराज सिंह तोमर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।